Myth or Fact: Fact और Myth शब्द का प्रयोग तो आपने अपनी जिंदगी में कभी ना कभी किया होगा या किसी को इन शब्दों का प्रयोग करते हुए देखा होगा। क्या आपका इन fact or myth दोनों शब्दों का अर्थ पता है कि यह दोनों एक दूसरे से किस प्रकार भिन्न है? अगर नहीं तो आज हम इसी पर विस्तृत रूप से बात करने वाले हैं कि इन दोनों में मूल अंतर क्या होता है?
Myth or Fact मे अंतर
Myth vs Fact मे अंतर : एक अर्थ में हमें इन दोनों शब्दों का अर्थ एक ही लगता है लेकिन इनमें बहुत अंतर होता है। इसलिए हमें इनके अंदर के बारे में जानकारी होना आवश्यक है ताकि हम अपने दैनिक जीवन में इनका सही जगह इस्तेमाल कर सकें।
मिथ क्या है? : Myth Kya Hai
अपने अक्सर विभिन्न कहानियों या किसी अन्य जानकारी के संबंध में सुना होगा कि यह एक मिथ है, Myth का प्रयोग काल्पनिक सूचनाओं और जानकारी के लिए किया जाता है।
बिल्लियाँ केवल काले रंग की होती हैं तो घर में बुरी किस्मत लाती हैं। अगर आप पैरों को क्रॉस करके बैठेंगे, तो लंबाई कम हो जाएगी।
मिथ में उन काल्पनिक कथओं आदि को लिया जाता है जो ब्रह्मांड, प्रकृति, मानव व्यवहार या मानवीय जीवन आदि से संबंधित प्रश्न के उत्तर देने के लिए प्रयोग किया जाता है। Myth को प्राकृतिक और पारलौकिक प्रकारों में विभाजित किया जाता है।
Myth जिसे हम हिंदी में मिथक कहते हैं का प्रयोग मानव, प्राकृतिक, पारलौकिक, ऐतिहासिक आदि घटनाओं या जानकारी के लिए किया जाता है। हम विभिन्न परीक्षणों, स्त्रोत यह जानकारी के आधार पर fact को सही या गलत साबित कर सकते हैं लेकिन अधिकांश मिथकों को ना तो सिद्ध किया जा सकता है और ना ही अस्वीकृत।
फैक्ट क्या है? : Fact Kya Hai
Fact को हिंदी में तथ्य कहा जाता है यह एक ऐसा कथन होता है जो वास्तविकता के अनुकूल होता है इसे विभिन्न स्त्रोतों, साक्ष्यों और जानकारी के माध्यम से सिद्ध किया जा सकता है। एक प्रकार से है ज्ञान को बढ़ाने का एक साधन होता है जिसको जानकर उससे संबंधित जानकारी प्राप्त करने में हो रुचि जागृत होती है।
उदाहरण के लिए:
- सूरज पूरब से उगता है।
- पानी का रासायनिक सूत्र H₂O है।
- पृथ्वी गोल है।
लोगो को fact किसी भी तरह के ज्ञान को समझने में हैरानीयत का भाव पैदा करने के लिए प्रयुक्त होता है जिससे पाठक को उस फैक्ट से संबंधित जानकारी जुटाने या पढ़ने में ओर अधिक रुचि आए तथा पाठक के दिमाग के विस्तार के साथ उसके ज्ञान का भी विस्तार हो।
मिथक: मिथक किसी सत्यता या वास्तविकता पर आधारित नहीं होते हैं, बल्कि यह विश्वास, काल्पनिक विचार या रचनात्मकता पर आधारित होते हैं। मिथक को सामान्यतः सिद्ध नहीं किया जा सकता।
तथ्य: तथ्य वह हैं जिन्हें प्रयोग, अध्ययन, शोध या प्रमाण द्वारा सत्यापित किया जा सकता है। तथ्य हमेशा प्रमाणित होते हैं और इनकी सत्यता पर सवाल नहीं उठाया जा सकता है।
कैसे पहचानें Myth or Fact मे अंतर को? साक्ष्य या प्रमाण:
यदि किसी जानकारी का वैज्ञानिक या प्रमाणिक आधार हो, तो वह Fact है। यदि किसी जानकारी के पास कोई प्रमाण नहीं है, तो यह Myth हो सकता है।
विश्वसनीय स्रोत:
Fact का स्रोत आमतौर पर विश्वसनीय होता है, जैसे कि वैज्ञानिक संस्थाएं, शोध, या प्रमाणित आँकड़े। Myth का स्रोत अधिकतर अनौपचारिक होता है, जैसे कि कहानियाँ, अफवाहें या परंपराएं।
आधुनिक अनुसंधान:
Fact के बारे में अधिकतर वैज्ञानिक शोध या आधुनिक अनुसंधान होते हैं। Myth के बारे में कोई वैज्ञानिक अध्ययन या प्रामाणिक रिसर्च नहीं होता।
सरल शब्दों में कहें तो हम Myth or Fact मे अंतर यह है कि तथ्य को विस्तृत साक्ष्यों के रूप में देखते हैं जबकि मिथक का प्रयोग हम पीढ़ी गत विचारों और विश्वासों के लिए करते हैं।